गूगल के दो पूर्व इंजिनियर्स ने तैयार की खास किस्म की सेल्फ ड्राइविंग कार, सर्विसेज, प्रॉडक्ट्स की होगी होम डिलिवरी!

आॅटोनॉमस ट्रांसपॉर्ट पर दुनिया की दिग्गज कंपनियां तेजी से काम कर रही हैं। ऐसे में एक स्टार्टअप ने पूरी तरह से एक खास किस्म की सेल्फ ड्राइविंग कार तैयार की है। न्यूरो नामक स्टार्टअप ने इसको तैयार किया है। इस स्टार्टअप को शुरू करने वाले गूगल में काम कर चुके दो इंजिनियर्स हैं। इन्होंने गूगल के चर्चित सेल्फ ड्राइविंग कार प्रॉजेक्ट पर काम किया था।


अन्य सेल्फ ड्राइविंग स्टार्टअप्स से अलग, न्यूरो रोबॉट टैक्सीज या आॅटोनॉमस ट्रक्स बनाने पर फोकस नहीं कर रहा है। यह स्टार्टअप एक नई किस्म का सेल्फ ड्राइविंग वाहन तैयार किया है। न्यूरो का यह नया वाहन पहली नजर में देखेंगे तो ऐसा लगेगा कि जैसे पहियों पर कोई विशाल लंचबॉक्स रख दिया गया हो।

गूगल के पूर्व इंजिनियर्स डेव फर्ग्यूसन और जियाजुन झू ने मिलकर एक ऐसा सेल्फ ड्राइविंग वीइकल तैयार किया है जिसके जरिए सामान को ढोया जा सकता है। यह एक इलेक्ट्रिक वाहन है जो कि ट्रैफिक सिग्नल्स को पहचानने के साथ ही पैदल चल रहे लोगों को भी डिटेक्ट कर सकता है। दोनों इंजिनियर्स ने 2016 में अपना स्टार्टअप शुरू किया था।

इस वाहन को बनाने का मकसद रोजमर्रा की सर्विसेज से जोड़कर देखा जा रहा है। किसी तरह की सर्विसेज को डिलिवरी करने में इनका भविष्य में इस्तेमाल हो सकता है। इससे लोकल बिजनस में ग्रोथ की उम्मीद की जा सकती है। आॅनलाइन मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में अगर खुद से चलने वाली कोई गाड़ी सर्विसेज या प्रॉडक्ट्स घर तक पहुंचाती है तो कंपनियों के लिए सुगम हो जाएगा।

बताते चलें कि ऐमजॉन पहले ही सेल्फ ड्राइविंग रोबॉट्स पर भरोसा दिखा चुकी है। कंपनी ने एक आॅटोनॉमस ग्राउंड वीइकल का पेटेंट भी कराया है।

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